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बाल संसद और उलझन-सुलझन

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बाल संसद और उलझन-सुलझन
बाल संसद और उलझन-सुलझन
(मह कामयक्रभ फच्चों की एक सॊसद की कामयवाही ऩय आधारयत है जजसे फच्चों
द्वाया,फच्चों के लरए औय फच्चों की ओय से कहा जा सकता है .इस सॊसद के
भाध्मभ से फच्चे अऩनी सभस्माओॊ ऩय ऩयस्ऩय चचाय कय उनका हर स्वमॊ ढॉ ढने
की कोलिि कयते हैं.तुषाय इस सॊसद के अध्मऺ हैं जफकक अॊजलर,गीता औय
सोभ फार साॉसद के ऩद ऩय आसीन हैं.सॊसद भें ऩदाधधकारयमों के अरावा फहुत
साये फच्चे बी आमे हैं.िरु
ु आत फच्चों की भयभरयॊग औय तालरमों से होती है .)
तुषाय : आऩ सबी को जैहहन्द.
फच्चे : जैहहन्द .
तुषाय :वॊदेभातयभ!
फच्चे :वॊदेभातयभ!
तष
ु ाय : आऩ सबी का स्वागत है फार सॊसद के इस वविेष सत्र भें .भैं हॉ तष
ु ाय
फार-सॊसद का अध्मऺ,भेये साथ है फार साॉसद अॊजलर,गीता औय सोभऔय
फहुत साये साथी जो ववलबन्न स्करों से आमे हैं.
साधथमों !जैसा कक आऩ सबी जानते हैं,मह सॊसद वास्तव भें हभ फच्चों
द्वाया,फच्चों के लरए औय फच्चों की ओय से एक प्रमास है अऩनी स्वमॊ
की औय सभाज की ववलबन्न सभस्माओॊ को हर कयने की हदिा भें .
दोस्तों! ऩमायवयण की सभस्मा ननत्मप्रनत ववकयार रूऩ रेती जा यही है .
वास्तव भें भनष्ु म ने प्राकृनतक सॊसाधनों का अॊधाधॊध
ु दोहन कय ऩमायवयण
को इतनी ऺनत ऩहुॊचाई है कक अफ ऐसा बफॊद ु आने को है जफ िामद
भनष्ु म का अजस्तत्व ही खतये भें ऩड़ जाए ऐसे भें एक जिम्भेदाय फारनागरयक होने के नाते हभ सफ को इस ववषम भें जरूयी ़दभ उठाने
1
चाहहए.इसीलरए आज हभने फार सॊसद का मह वविेष सत्र फर
ु ामा है.इस
सत्र भें हभ मह चचाय कयें गे कक आखखय इस सभस्मा का हर क्मा है ?
सवु वधा के लरए आज के इस सत्र को हभ नाभ दे यहे हैं “ईकोफ्रेंडरी
राइपस्टाइर” मानी ऐसी जीवन िैरी जो ऩमायवयण को नक
ु सान न ऩहुॊचा
कय इसके लभत्रवत हो.आऩ सबी के ववचायों का स्वागत है .
(तालरमाॉ)
अॊजलर:
अध्मऺ भहोदम धन्मवाद! ऐसे ज्वरॊत ववषम को चन
ु ने के लरए.
भेये हहसाफ से आज हभे प्रदषण के प्रकायों ऩय चचाय कयनी चाहहए
जैसे जर-प्रदषण,वाम-ु प्रदषण,ध्वनन-प्रदषण,ऩॉरीथीन-प्रदषण वगैयहवगैयह.
सोभ:
नभस्काय भै हॉ सोभ.भै कहना चाहता हॉ कक फार साॉसद अॊजलर की
फात सही है अध्मऺ भहोदम.आज के सभम भें हय जगह,हय ओय
ऩमायवयण की ऺनत ऩय धचॊता व्मक्त की जा यही है .हवा,ऩानी,लभटटी सफ
प्रदवषत है.घयों भें ऩानी गॊदा आता है कपल्टय,आय.ओ के बफना ऩीनेवारा
ऩानी लभरना भजु ककर है .तयह तयह की फीभारयमाॉ फढ़ती जा यही है
जजनका कायण साप तौय ऩय प्रदषण है.हाॉ एक फात तो हभ सबी
जानते हैं कक हवा,ऩानी,लभटटी मा ककसी अन्म प्राक्रनतक सॊसाधन भें
हाननकायक यासामननक ऩदाथों का लभर जाना ही प्रदषण कहराता है .
गीता : दोस्तों भैं हॉ गीता फार सॊसद की एक जागरूक साॉसद.भैं प्रदषण
को योकने की मजु क्तमाॉ ननकारने के लरए फार सॊसद के इस सत्र
का सभथयन कयती हॉ औय भेये ऩास इससे ननजात ऩाने की एक
मजु क्त है बी.
2
सोभ : अये वो क्मा है गीता?
गीता:
साधथमों वो है ग्रीन केलभस्री.हभ जानते ही हैं कक पैजक्रमों आहद भें
ववलबन्न यासमननक कक्रमाओॊ के दौयान तयह तयह के यासामननक ऩदाथय
ननलभयत होते यहते हैं.इनभे से कुछ ऩदाथय हाननकायक औय ववषाक्त होते हैं
जो जर,वामु औय लभटटी आहद भें लभर कय इन्हें ववषाक्त फनाते हैं.वास्तव भें
इसे ही प्रदषण कहते हैं. ग्रीन केलभस्री इस फात ऩय जोय दे ती है कक हभ उन
यासामननक कक्रमाओॊ को अऩनाएॊ जजनभे िरू
ु से रेकय अॊत तक हाननकायक
ऩदाथों का ननभायण मा तो बफरकुर न हो औय महद हो तो कभ से कभ हो.इसभें
इस फात ऩय बी जोय हदमा जाता है कक जो बी उत्ऩाद हों उन्हें यीसाइजक्रॊग
कयके कपय इस्तेभार ककमा जा सके. ऐसी ननभायण कक्रमाओॊ को ग्रीन कक्रमाएॉ
कहते हैं औय इसभें उत्ऩन्न उत्ऩादों को ग्रीन ऩदाथय कहते हैं.ग्रीन ऩदाथय
ऩमायवयण को नक्
ु सान नही ऩहुॉचाते.आजकर ऐसी जीवन िैरी को अऩनाने ऩय
जोय हदमा जा यहा है जजसभे सबी कक्रमा कराऩ ग्रीन हों मानी ईकोफ्रेंडरी हों.
तष
ु ाय : धन्मवाद गीता! ग्रीन केलभस्री के फाये भें फताने के लरए.भै महाॉ
उऩजस्थत सबी साधथमों से मह अनयु ोध करूॉगा कक वो हभायी साथी गीता के
लरए िोयदाय तालरमाॉ फजाएॉ.
(तालरमाॉ)
भीनर : भेया नाभ भीनर है .भै सयस्वती ववद्मा भॊहदय भें छठी क्रास भें ऩढ़ती
हॉ .भैं अध्मऺ भहोदम से एक सवार ऩछना चाहती हॉ कक हभायी सॊसद भें तो
हभेिा हभ फच्चों की सभस्माओॊ ऩय ववचाय होता है औय लभरजर
ु कय
सभस्माओॊ का हर ढॉ ढा जाता है ऩय आज का सत्र क्मा केवर बाषणफाजी भें
जाएगा?
(फच्चों की साभहहक नाये फािी)
बाषणफाजी नही चरेगी !नही चरेगी,नही चरेगी! बाषणफाजी नही चरेगी !नही
चरेगी,नही चरेगी!
3
तुषाय :आऩ रोग िाॊत हो जाइए.सॊसद की गरयभा को फनाए यखें .सॊसद भें हॊ गाभे
औय िो-ियाफे के लरए कोई जगह नही है .आऩ रोग फायी-फायी से अऩनी फात
कहें ,सभस्मा जरूय सन
ु ी जाएगी.भेया आऩसे ऩन
ु : अनयु ोध है कक कृऩमा सॊसद
की गरयभा को फना कय यखें .
कणय : भैं चाहता हॉ कक आऩ फायी फायी से हभायी सभस्माएॉ सन
ु .े
तष
ु ाय: भैं सबी साधथमों की इच्छा का सम्भान कयता हॉ ऩय सबी साधथमों से भै
एक फात ऩछना चाहता हॉ कक क्मा ऩमायवयण की सभस्मा हभायी अऩनी नही
है ?क्मा स्वच्छ हवा,स्वच्छ ऩानी औय प्रदषण यहहत जीवन हभ फच्चों के लरए
एक आवकमकता नही है ?
कणय : नही वो तो है अध्मऺ भहोदम.अगय ऩानी,हवा साफ़ नही होंगे तो हभ बी
ककतनी फीभारयमों का लिकाय फन सकते हैं.
तुषाय: इसीलरए तो हभने आज वविेष सत्र का आमोजन ककमा है जजसभे हभ
ऩमायवयण की सभस्मा ऩय ववचाय कय सकें.हभे इस सभस्मा से ननजात ऩाना ही
होगा.
गॊज
ु न : भैं गॊज
ु न िभाय,इयभ स्कर भें आठवीॊ क्रास भें हॉ .भेयी औय भेये कुछ
साधथमों की सभस्माएॉ फहुत गम्बीय है औय वो सबी सभस्माएॊ ऩमायवयणीम भद्द
ु ों
से जड़
ु ी हुई हैं.
कणय : अध्मऺ भहोदम भेया आऩसे ननवेदन है कक आऩ गॊज
ु न की फातों ऩय
ध्मान न दें क्मोकक इन्हें तो हय फात ऩय एक सभस्मा है.इनकी औय इनके
दोस्तों की सभस्माएॉ तो इतनी ज्मादा हैं कक कारोनी भें इन्हें उरझन ऩाटी के
नाभ से जाना जाता है .
गॊज
ु न :कणय त फेकाय की फातें भत कय भै तुझसे फात कयना ऩसॊद नही कयती.त
हभेिा भेये ऩीछे ऩड़ा यहता है .भै तो अध्मऺ भहोदम से फात कय यही हॉ. अध्मऺ
भहोदम रोग बरे ही हभे उरझन ऩाटी के नाभ से धचढाते हैं ऩय हभायी उरझने
वास्तववक हैं औय अगय ध्मान से दे खा जाए तो सबी फच्चों को इन सभस्माओॊ
से दो चाय होना ऩड़ता है .
4
तुषार: गॊज
ु न भै आऩकी फातों से सहभत हॉ .आऩ औय आऩके लभत्र हदर खोर
कय अऩनी सभस्माओॊ को कहें अगय वो ऩमायवयण से जुड़ी हैं तो.हभ कोलिि
कयें गे कक इन सभस्माओॊ के साथ इनके सभाधान ऩय बी चचाय हो.हभाये साथ
आज इकोफ्रेंडरी क्रफ के सदस्म वविेष अनतधथ के रूऩ भें भौजद हैं.
कर्ण : अध्मऺ भहोदम क्मों न हभ आज की कामयवाही को दो टीभों के रूऩ भें
फाॉट रें.एक गॊज
ु न की टीभ मानी “उरझन टीभ” जजसे ऩमायवयण सम्फन्धी
सभस्माएॉ उठानी है औय दसयी “सर
ु झन टीभ” जजसके ऩास इन सभस्माओॊ के
सभधु चत हर हैं मानी इकोफ्रेंडरी क्रफ के सदस्मों की टीभ.
तुषाय :ववचाय तो अच्छा है क्मों गॊज
ु न?
गॊज
ु न : भझ
ु े इसभें कोइ ऩये िानी नही है अध्मऺ भहोदम.
तुषाय: ठीक है तो अध्मऺ भॊच के दाई ओय उरझन टीभ के सदस्म फैठ जाएॉ
औय फाएॉ ओय सर
ु झन टीभ मानी ईकोफ्रेंडरी क्रफ के सदस्म.इन दोनों टीभों के
लरए जोयदाय तालरमाॉ.
(तालरमाॉ )
गॊज
ु न : अध्मऺ भहोदम सफसे फड़ी सभस्मा तो हभ फच्चों के साथ हभाये प्माये
त्मोहायों को रेकय है . गणेिोत्सव,दग
ु ाय-ऩजा,होरी दीवारी सबी त्मोहायों को हभ
फच्चे अफ ठीक से नही भना ऩाते.हय त्मौहाय को ककसी न ककसी तयह से
ऩमायवयण ऺनत से जोड़ कय दे खा जाता है औय हभे तयह तयह की नसीहते दी
जाती हैं कक हभ त्मौहाय को ठीक से न भना ऩाएॊ.
कीनतय : अध्मऺ भहोदम! गणेिोत्सव हभाया वप्रम त्मौहाय है ऩय जफ मह त्मौहाय
आता है तो अखफायों भें ,ये डडमो-टीवी ऩय हभे मह फतामा जाने रगता है कक
इससे ऩमायवयण को नक्
ु सान ऩहुॊच यहा है.
साकाय :सर
ु झन टीभ से भै साकाय आऩ सबी दोस्तों को नभस्काय कयता
हॉ .दोस्तों भैं आऩकी बावनाओॊ को सभझता हॉ ऩय आऩको इस फाये भें ववस्ताय
से सभझाना बी चाहता हॉ .गणेिोत्सव हो मा दग
ु ाय-ऩजा त्मौहाय तो सबी को
अच्छे रगते हैं.श्रद्धा-बजक्त के मह ऩवय हभायी सॊस्कृनत के प्रतीक होने के साथ
5
जीवन भें नए यॊ ग बी बयने भें सहामक हैं.हषय औय उल्रास ककसे अच्छे नही
रगते भगय लभत्रों क्मा आऩने कबी ध्मान हदमा है कक हय िहय भें ककतने ऩजा
भण्डऩ होते हैं जहाॊ बव्म भनतयमाॉ ककतनी आकषयक रगती हैं.नौ दस हदनों तक
चरने वारे गणेिोत्सव औय दग
ु ाय ऩजा की धभ बायत के रगबग सबी िहयों भें
दे खी जाती है .इसके ऩकचात आता है भनतय ववसजयन का कामयक्रभ जजसभे िहय की
नहदमों ताराफों भें सबी ऩजा भॊडऩों की भनतयमों को ववसजजयत ककमा जाता
है .ऩयन्तु क्मा आऩने कबी ध्मान हदमा कक इससे जर प्रदषण उत्ऩन्न हो जाता
है .भनतयमाॊ अधधकतय प्रास्टय ऑप ऩेरयस की फनी होती है तथा इन्हें यॊ गने के
लरए जजन यॊ गो का प्रमोग ककमा जाता है वो बी ववषाक्त होते हैं इनभे जजप्सभ
औय काडलभमभ जैसे तत्व जरीम जीव जन्तुओ को नक्
ु सान ऩहुॉचाते हैं औय
बमॊकय जर प्रदषण उत्ऩन्न कयते हैं.
गॊज
ु न : तो क्मा हभ त्मौहाय न भनाए?
साकाय : नही त्मौहाय इकोफ्रेंडरी तयीके से भनाए.ग्रीन केलभस्री कहती है कक हय
काभ इस तयह से ककमा जाए जजसभे ववषाक्त ऩदाथय कभ से कभ हों.आजकर
रोग लभटटी औय कागज की रग
ु दी से भनतयमाॊ फना यहे हैं औय लभटटी से फनी
वविेष ऩोलरि से भनतय ऩें ट कयते हैं.मह भनतय जर भें आसानी से घर
ु जाती है
तथा जर प्रदषण नही के फयाफय होता है.
कीनतय: मह तो फड़ी अच्छी फात है साकाय बैमा.इकोफ्रेंडरी त्मौहाय जजन्दाफाद!
गणऩनत फप्ऩा भौमाय,अगरे फयस त जल्दी आ !
(सफ फच्चे बी गणऩनत के नाये रगाते है ,तालरमाॉ )
तुषाय :धन्मवाद साकाय.ईकोफ्रेंडरी त्मौहाय हभ सफ एक साथ भनाएॊ ऐसी काभना
है .अफ फायी है फता कय उरझन टीभ की अगरी उरझन सन
ु ने के लरए तैमाय है
फार सॊसद.उल्झन ऩेि की जाए.
गॊज
ु न :हभायी अगरी उरझन बी त्मोहायों से ही सम्फॊधधत है .दीऩावरी ऩय हभे
ऩटाखे छुडाने फहुत अच्छे रगते हैं ऩय उससे बी वामप्र
ु दषण का खतया फता कय
हभे ऩटाखे छुडाने से योका जाता है .
6
साकाय :
ऩटाखे छुड़ाना सबी को अच्छा रगता है ऩय क्मा आऩ जानते हैं कक ऩटाखों के
धए
ु ॉ भें उऩजस्थत फेरयमभ,एॊटीभनी,कोफाल्ट,ननककर औय अन्म हे वी भेटर कण
वामु भें लभर जाते हैं औय जफदय स्त प्रदषण उत्ऩन्न कयते हैं इससे आॉखों भें
जरन के साथ दभा,लसयददय ,एरजी,हाईब्रडप्रेिय जैसे योग उत्ऩन्न हो सकते
हैं.फेरयमभ वविेष रूऩ से रृदमयोग फढ़ाता है .ऩटाखों के िोय से उत्ऩन्न ध्वनन
प्रदषण से फहयाऩन बी हो सकता है .
कीनतय : तो क्मा हभ ऩटाखे न छुडाएॊ?मही तो हभायी उरझन है .
साकाय : नही सर
ु झन ऩाटी आऩको इकोफ्रेंडरी यास्ते फता यही है .मह हैं
इकोफ्रेंडरी ऩटाखे.आजकर ऐसे ऩटाखे फाजाय भें आ गए हैं जो पटने ऩय केवर
प्रकाि उत्ऩन्न कयते हैं औय इनसे केवर उतनी ही ध्वनन उत्ऩन्न होती है जो
प्रदषण ननमन्त्रण फोडय द्वाया स्वीकृत है.मह ऩटाखे यीसामकर हो सकनेवारे
कागज से फने होते हैं.पटने ऩय ववलबन्न डडिाइन के प्रकाि ऩज
ॊु इनसे उत्ऩन्न
होते हैं.इनकी आवाि कानो को नक्
ु सान नही ऩहुॊचाती.ऩणयत: स्वदे िी मह ऩटाखे
एक ओय बायतीम त्मोहायों औय सॊस्कृनत के अनरू
ु ऩ हैं वहीॊ ग्रीन केलभस्री के
इकोफ्रेंडरी लसद्धाॊतों के अनरू
ु ऩ बी है .
गॊज
ु न : वाहवाह वाह क्मा फात है ऐसे ऩटाखे हभे लभर जाएॉ तो दीऩावरी भें तो
चौगुनी भस्ती आ जाए.अफकी दीऩावरी ईकोफ्रेंडरी तयीके से भनाएॊगे.इकोफ्रेंडरी
दीऩावरी के नाभ ऩय िोयदाय तालरमाॉ.
तुषाय : दोस्तों ! केवर
दीऩावरी ही नही,होरी बी ईकोफ्रेंडरी हो सकती है.जो
यॊ ग औय गुरार हभ रोग एक दस
ु ये के चेहये ऩय भरते हैं वो त्वचा औय हभाये
स्वास््म के लरए हाननकायक होता है .रखनऊ जस्थत याष्रीम वनस्ऩनत
अनस
ु न्धान सॊस्थान ने एक ईकोफ्रेंडरी हफयर गुरार तैमाय ककमा है जजसभे ऩौधों
औय परों से प्राप्त यॊ गो का इस्तेभार ककमा जाता है.इसभें टे स,हयलसॊगाय जैसे
खि
ु फदाय परों का इस्तेभार कयते हैं. मह चटक यॊ गों वारा गर
ु ार स्वास््म के
लरए अच्छा होता है .होरी के अवसय ऩय उऩहाय स्वरूऩ दे ने के लरए रखनऊ
जस्थत औषधीम एवॊ सगॊध ऩौधा सॊस्थान ने एक वविेष सग
ु ॊध ककट तैमाय ककमा
7
है जो जजये ननमभ,रैवेंडय आहद भहकदाय ऩौधों से प्राप्त सग
ु ॊध से फना है .सॊस्थान
ने ग्रीन केलभस्री के लसद्धाॊतों का उऩमोग कयके िैम्ऩ,भच्छयभाय अगयफत्ती,क्रीभ
आहद न जाने ककतने प्रोडक्ट फनाए हैं जो कापी रोकवप्रम हो यहे हैं.मे इन
सॊस्थानों भें जस्थत आउटरेट्स ऩय आसानी से प्राप्त ककए जा सकती है .
साकाय : अगय उरझन ऩाटी की अनभ
ु नत हो तो तो भैं ग्रीन बफजल्डॊग्स के फाये
भें बी सॊसद को जानकायी दे ना चाहॊ गा.
कीनतय : जी जरूय फताइए.अफ तो ग्रीन केलभस्री भें हभायी रूधच जाग गई है .
साकाय : ग्रीन बफजल्डॊग ईकोफ्रेंडरी इभायतों को कहते हैं जजनकी डडजाइन से
रेकय ननभायण,भेंहटनेंस,ऩन
ु ननयभायण औय डडभालरिन तक ऩमयवयणीम भानकों के
अनरू
ु ऩ हो.ऐसी इभायतों भें उजाय,जर औय अन्म सॊसाधनों का उधचत प्रमोग
कयके इसभें ननवास कयने वारो की स्वास््म सयु ऺा सनु नजकचत की जाती है .इन
इभायतों की वास्तक
ु रा बी ऩमायवयणीम भानकों के अनरू
ु ऩ होती है .इन इभायतों
को जीयो एनजी बफजल्डग कहते हैं जजनभे सौय ऊजाय,वामु ऊजाय जैसे प्राक्रनतक
सॊसाधनों का उऩमोग ककमा जाता है .कड़े की रयसाईककलरॊग के लरए इसभें
कम्ऩोस्ट-बफन फनाई जाती है तथा ग्राउॊ ड वाटय रयचाजय के लरए बी सवु वधा होती
है .
सोभ : क्मा बायत भें बी ग्रीन बफजल्डॊग फन चक
ु ी हैं ?
साकाय :
हाॉ क्मों नही ?इस काभ भें द एनजी एॊड रयसोसय इॊस्टीट्मट जजसे
“टे यी” के नाभ से जाना जाता है रगा हुआ है .मह इॊस्टीट्मट बायत भें ग्रीन
बफजल्डॊगों की ये हटॊग का काभ कयता है जजसे नैिनर ये हटॊग लसस्टभ ऑप ग्रीन
बफजल्डॊग मानी “गह
ृ ” ये हटॊग कहते हैं.उत्तय प्रदे ि जस्थत कानऩयु आई.आई.टी की
बफजल्डॊग दे ि की ऩहरी ऐसी बफजल्डॊग है जजसे “गह
ृ ” ये हटॊग लभरी है .इसे ऩये
पाइव स्टाय प्राप्त हुए है .
तुषाय : मह तो फड़ी अच्छी जानकायी दी आऩने साकाय.भझ
ु े ऩयी उम्भीद है कक
उरझन टीभ की उरझने अफ सर
ु झ गई होंगी.क्मों गॊज
ु न?
8
गॊज
ु न : अध्मऺ भहोदम सचभच
ु सर
ु झन टीभ ने हभायी उरझनों को कापी
कयीने से सर
ु झामा.हभ उनके आबायी हैं.
साकाय : नही गॊज
ु न हभ ईकोक्रफ के सबी सदस्म रोगों को ऩमायवयणीम ऺनत
के फाये भें जागरूक कयते यहते हैं साथ ही एक ऩमायवयण लभत्र जीवन िैरी के
लरए हभ उन्हें प्रेरयत बी कयते यहते हैं.
तष
ु ाय :आजकर तो ईकोफ्रेंडरी कऩड़े,महाॉ तक कक इकोफ्रेंडरी ऩौधे बी कापी
प्रचलरत हो गए है .
कीनतय: इकोफ्रेंडरी कऩड़े तो ठीक है ऩय मे ईकोफ्रेंडरी ऩौधे ककसे कहते है ?
साकाय : वैसे तो सबी ऩौधे ईकोफ्रेंडरी होते हैं ऩय कुछ वविेष ऩौधे खास तौय
ऩय रगाए जाते है जो लभटटी मा जर मा वामु भें उऩजस्थत प्रदषणकायी तत्वों
को सोख रेते है औय ऩमायवयण को साफ़ कयने का काभ कयते हैं.जरकुम्बी
आहद के ऩौधे इस ]श्रेणी भें आते है औय आई.आई.टी हदल्री भें इस ऩय वविेष
काभ चर यहा है .इसे पाइटोरयभेडडएिन कहते हैं.
गॊज
ु न : काि कक हभाये कम्प्मटय बी ग्रीन हो सकते.हभ फच्चे तो ज्मादातय
काभ कम्प्मट
ु य ऩय ही कयते हैं.
साकाय :अये आऩ अऩने कम्प्मट
ु य को आसानी से ग्रीन फना सकते है.
कीनतय : वो कैसे?
साकाय : आऩ कम्प्मट
ु य की ऩावय सेहटॊग भें जाकय उसे एनजी के फेहतय
उऩमोग ओप्िन ऩय सेट कयें .इसके अॊतगयत ऐसी सेहटॊग कयें कक जफ इस्तेभार
न हो यहा हो तो भोननटय स्रील्ऩ भोड ऩय चरा जाए.आऩको फता दे कक
हाइफयनेिन भोड भें कम्प्मट
ु य द्वाया इस्तेभार की जाने वारी ऩावय,स्रीवऩॊग
भोड ऩावय से कभ होती है अत: इस भोड का बयऩय इस्तेभार कयें .आऩ ऐसी
सेहटॊग कयें कक जफ इस्तेभार न हो यहा हो तो एक अवधध के फाद कम्प्मट
ु य
अऩने आऩ ऑप हो जाए.फ़ाइर डाउनरोड के सभम ववन-ऑप भोड का
इस्तेभार कयें मानी डाउनरोड के फाद कम्ऩमटय अऩने आऩ ऑप हो जाए.
9
गॊज
ु न : क्मा वप्रॊट आउट्स बी ग्रीन हो सकते हैं ?
साकाय :वप्रॊट-आउट के सभम ऩेऩय फचाना सीखें .इसके लरए वप्रॊट से ऩहरे वप्रव्म
जरूय कय रें.महद आवकमक न हो तो इन्टयनेट से वप्रॊट आउट रेते सभम
इभेजेि औय ववऻाऩनों को डडरीट कय दे .इससे बी कागज की फचत होगी.माद
यखे कागज फचाने का अथय है ऩेड़ फचाना.औय ऩेड़ फचाने का अथय है भानव
अजस्तत्व को फचाना.
गॊज
ु न : फहुत धन्मवाद साकाय बैमा.आऩने तो हभायी आॉखे खोर दी.हभे तो अफ
दनु नमा ही ग्रीन फनाने का भन कय यहा है.ग्रीन केलभस्री जजॊदाफाद!ईकोफ्रेंडरी
क्रफ जजॊदाफाद!फार सॊसद जजन्दाफाद!
(सफ फच्चे नाया रगाते है )
हभ साये फच्चे लभरजर
ु कय िऩथ मही अफ खाएॉगे ,
प्रदषण भक्
ु त धया हो अऩनी हरयमारी पैराएॉगे.
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